The company has made joining date and sponsor Id not mandatory in their EXIT POLICY Good Evening Speakasians, सैकड़ों पॅनएलिस्ट के साथ ऐस्पा के ‘Contact Us’पन्ने के संपर्क से मुझे एहसास हुआ कि अधिकतर पॅनएलिस्ट्स अब भी केवल बुनियादी मुद्दों के बारे में पता करना चाहते हैं. • सर्वेक्षण कब शुरू होगा? • भुगतान कब शुरू होगा? • कब बाहर निकलें विकल्प भुगतान शुरू होगा? मैं उनकी व्याकुलता और चिंताओं kokkkkkका kakakk जवाब देने का प्रयास:करता हूँ. कोई भी ऐसी बातों के लिए एक समय सीमा नहीं दे सकते है खासकर जब यह मामला न्यायाधीन है.. कंपनी सभी मोर्चों पर तेज़ी से आगे बढ़ रही है समस्या का त्वरित समाधान के तलाश में और कंपनी की गतिविधियों को तेजी से सामान्य बनाने में. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कंपनी ka EOW द्वारा जांच हो रहा है कंपनी की वेबसाइट EOW की हिरासत में है और वे मामले की जांच कर रहे हैं. जैसे ही EOW की जांच पूरी होती है कंपनी की वेबसाइट लौटा दी जाएगी. वेबसाइट की वापसी के बाद ही वेबसाइट पुनरारंभ होगी , सर्वेक्षण सहित हमारी जेब और आरपी देख पायेंगे, तब तक हमें धैर्य से और एकजुट रहना होगा.. कंपनी का कहना है कि इस चरण में वे बाहर "निकलें विकल्प" चुनने में रुचि रखने वाले पनेलिस्ट्स की जानकारी एकत्रित कर रहे हैं. साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक से अनुमति मांगेगी,भुगतान को प्रभावित करने के लिए . कंपनी ने आगे स्पष्ट किया है कि वे भी विचार कर रहे हैं कि नामित अदालतों, या किसी सक्षम प्राधिकारी के साथ पैसे जमा करें ताकि पनेलिस्ट्स को भुगतान कि राशि संवितरण हो. याद रखने लायक बात यही है कि कंपनी जी तोड़ कर अधिकारीयों से लढ़ रही है. जरूरी है हमें धैर्य रखने क़ी और कंपनी पर भरोसा रखने की. माफ कीजिये , कोई समय रेखा निश्चित नहीं की जा सकती है, लेकिन आश्वासन दिया जा सकता है कि कंपनी को समय बर्बाद किये बिना, जल्द से जल्द इस समस्या को हल करने की उम्मीद है. तथ्य यह है, कि कंपनी हवा में गायब नहीं हुई है, इसके विपरीत , बेहेतरीन कानूनी कंपनियों को नियुक्त किया है अदालतों में अपने मामले का प्रतिनिधित्व करने के लिए, और हम सभी को आश्वस्त रहना चाहिए. देश भर के पनेलिस्ट्स , अब अपनी उम्मीद लगाए रखें है, २१ सितंबर, २०११ पर , जो मुंबई उच्च न्यायालय में एसोसिएशन की जनहित याचिका की अगली तारीख है. , और वे मुझसे पूछते हैं क्या होगा २१ की सुनवाई में . मुझे यह सभी पैनलइस्ट्स को स्पष्ट करना है, कि मामला किसी भी हालत में सुनवाई के लिए तैनात नहीं है, बात उत्तरदाताओं यानी के महाराष्ट्र सरकार ,RBI भारत सरकार और SAOL को अपने अपने अपने जवाब दाखिल करने के लिएहै.. वे वास्तव में २१ पर अपने जवाब दाखिल करेंगे, तो हमें हमारा प्रत्योतर (हमारे अपने उत्तर के लिए उत्तर) दाखिल करना होगा. हमारे सलाहगार निश्चित रूप से एक बार फिर कोशिश करेंगे, और माननीय. उच्च न्यायालय, से याचिकाकर्ताओं यानी एसोसिएशन के लिए अंतरिम राहत की प्रार्थना करेंगे ताकि पनेलिस्ट्स की भुगतान राशि सुरक्षित रहे. सरकार के खिलाफ आपराधिक जनहित याचिका में. महाराष्ट्र के EOW से उनके साइबर अपराध को रोकने में राज्य की तैयारियों का ब्यौरा हलफनामा में दायर करने के लिए कहा गया है. इस के अलावा, EOW को अतिरिक्त आयुक्त (अपराध) , और फोरेंसिक विशेषज्ञ (जिन्होंने अंतिम तिथि पर हस्तक्षेप आवेदन दाखिल किया था) के बीच जो बैठक हुई थी उस पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है. दोनों मामलों में तर्क की कोई उम्मीद नहीं कर रहे हैं. एसोसिएशन के वकील की प्रार्थना को छोड़कर कोई अन्य कदम की एसोसिएशन की जनहित याचिका में उम्मीद नहीं है. मुझे आशा है कि आप सभी जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट में रिट में उत्तरदाताओं 24 सितंबर, 2011 से पहले अपने जवाब दाखिल कर रहे हैं और वास्तविक सुनवाई 10 अक्टूबर, 2011 के लिए निर्धारित है. कल यानी १६ वीं सितंबर, २०११ , दिल्ली में जिन पैनलइस्ट्स ने सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की है, उन्होंने एक प्रेस सम्मेलन आयोजित किया था, और रिपोर्टों के अनुसार, यह प्रेस के साथ एक सकारात्मक बातचीत थी , और वे पैनलइस्ट्स के दृष्टिकोण.को प्रेस के सामने लाने में कामयाब हुए. आपका एसोसिएशन भी सोमवार, यानी की १९ वीं सितंबर २०११ को एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन मुंबई प्रेस क्लब, मुंबई, में कर रहा है, जहाँ हमें मीडिया के सामने पैनलइस्ट्स का दृष्टिकोण सामने लाने की उम्मीद है. हम सभी आशा और प्रार्थना करते hain कि २० लाख पनेलिस्तिस्ट्स नागरिकों का दृष्टिकोण वास्तव में जन समुदाय के सामने किसी भी तरह के द्वेष के बिना और एक निष्पक्ष तरीके से रखा जाए. जीतने के लिए रहस्य है निरंतर, लगातार, प्रबंधन "............Tom Landry Speakasians ... याद रहे जीत अपरिहार्य है. विश्वास रखो, धैर्य रखो, और सबसे महत्वपूर्ण बात SAOL में शामिल होने के अपने खुद के फैसले पर भरोसा रखो , गर्व से हूँ एक Speakasian जय Speakasia Teem paisaworld AISPA
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